KUCH MOHABBATT HOTI HAI ANJAAN
रात का समय था, जब रिया ने पहली बार उसे देखा। वह एक सुनसान गली में खड़ी थी, बारिश की बूँदें उसकी चेहरा पर गिर रही थीं, लेकिन वह किसी परवाह के बिना, गहरी सोच में डूबे हुए थी। उसकी आँखों में कुछ ऐसा था, जैसे कोई राज़ छिपा हो, और रिया को उस राज़ को जानने की तीव्र इच्छा हो रही थी।
रिया की ज़िंदगी बहुत ही साधारण थी। वह दिल्ली के एक छोटे से मोहल्ले में रहती थी, लेकिन उसे कभी ऐसा एहसास नहीं हुआ था कि इस दुनिया में उसके लिए कुछ और भी खास था। उसकी ज़िंदगी में किसी रोमांच या अजीब घटनाओं की कोई जगह नहीं थी। मगर जब से वह उस लड़के से मिली थी, चीज़ें पूरी तरह बदल चुकी थीं।
उसका नाम था 'अयान'।
रिया के दिल में कुछ अजीब सी खलबली मच गई थी। पहली बार जब उसने अयान से मिलाया था, वह बिल्कुल शांत, घबराया हुआ और कुछ उदास सा दिख रहा था। वह रिया से मिलने के बाद भी दूर-दूर रहने की कोशिश करता था। उसकी आँखों में एक गहरी उदासी और अकेलापन था, जो रिया को बेचैन कर देता था।
एक दिन रिया ने उसकी चुप्पी को तोड़ने की ठानी और पूछा, "अयान, तुम इतने उदास क्यों रहते हो?"
अयान कुछ पल चुप रहा, फिर उसने धीरे से जवाब दिया, "मैं एक बहुत बड़ी गलती कर चुका हूँ, और वह गलती मुझे हमेशा पीछा करती रहती है।"
रिया ने उसके चेहरे पर गहरी चिंता देखी और कहा, "क्या तुम मुझसे अपनी परेशानी साझा करोगे?"
अयान ने अपनी आँखें झुका लीं, जैसे वह कुछ कहने की हिम्मत न जुटा पा रहा हो। अंत में, उसने बहुत धीरे से कहा, "मेरे पास एक कहानी है, जो मैं कभी किसी से नहीं कह पाया।"
"क्या कहानी?" रिया ने पूछा।
अयान की आवाज़ हल्की हो गई। "मैं एक लड़की से बहुत प्यार करता था। उसका नाम 'आरीना' था। हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे, और मैं उससे बहुत प्यार करता था। मगर मैं अपनी मोहब्बत का इज़हार नहीं कर पाया। और फिर एक दिन, वह लड़की मर गई। एक भयानक हादसे में। मुझे हमेशा लगता रहा कि अगर मैंने उसे अपने दिल की बात बता दी होती, तो शायद वह आज जिंदा होती।"
रिया चुपचाप अयान की बात सुन रही थी। उसकी आँखों में गहरी पीड़ा थी, और उसका दिल महसूस कर रहा था कि वह दर्द क्या होता है।
"क्या तुम समझते हो," अयान ने कहा, "उसकी आत्मा अब भी मुझे खींचती रहती है। वो मुझसे बदला लेना चाहती है। वो मुझे कभी सुकून नहीं देती।"
रिया का दिल धड़कने लगा, और उसे समझ में आ गया कि यह कोई साधारण कहानी नहीं थी। उसकी जिज्ञासा और बढ़ गई, लेकिन उसे भी डर महसूस होने लगा था। फिर एक दिन, जब वह और अयान एक पुराने मंदिर के पास बैठकर बातें कर रहे थे, अचानक एक ठंडी हवाएं चलीं। और फिर, दूर से एक अजीब सी आवाज़ सुनाई दी, "तुमने मुझे छोड़ दिया, अयान। अब मैं तुम्हारे पास लौट आई हूँ।"
रिया चौंकी, और अयान ने कांपते हुए कहा, "वो है... वह आरीना की आत्मा है।"
इतना कहते हुए अयान ने रिया का हाथ जोर से पकड़ लिया। वह दोनों डर से काँप रहे थे। फिर अचानक आरीना की धुंधली छवि सामने आई। उसका चेहरा बुरी तरह विकृत हो चुका था, उसकी आँखों में एक जलती हुई आग थी। "तुमने मुझे छोड़ दिया, अयान," उसकी आवाज़ गूंज उठी। "अब तुम मेरी तरह अकेले रहोगे, हमेशा... हमेशा।"
रिया की आँखें फैल गईं। वह डर के मारे काँप रही थी। "क्या तुम... तुम क्या करोगी?" रिया की आवाज़ काँप रही थी।
आरीना की आत्मा ने अयान की तरफ़ देखा और कहा, "वो मुझे कभी नहीं छोड़ सकता। अब मैं उसे अपने साथ ले जाऊँगी, हमेशा के लिए।"
रिया का दिल टूट गया। वह जानती थी कि अब अयान को बचाना नामुमकिन था। उसके जीवन की सबसे बड़ी गलती ने उसे उसकी आत्मा से बांध लिया था। और इस तरह, अयान की आत्मा आरीना के साथ खो गई, और रिया अकेली रह गई, उस भूतिया मोहब्बत की क़ीमत चुकाने के लिए।
अजनबी, अकेले और डरी हुई, रिया ने उसी मंदिर में अयान और आरीना के भूतिया साये को महसूस किया। वह जानती थी कि जब तक वह खुद भी उस प्यार के बोझ को ढोएगी, वह कभी भी सुकून नहीं पा सकेगी।
और इस तरह, वह लड़की, रिया, कभी नहीं जान पाई कि प्यार कभी इतना खतरनाक भी हो सकता है।
Comments
Post a Comment